
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अंदर से नीतीश कुमार को एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) का संयोजक बनाए जाने की मांग उठी है, जिससे बिहार की सियासी गर्मी बढ़ गई है।
झंझारपुर के जेडीयू सांसद रामप्रीत मंडल ने यह मांग की है कि नीतीश कुमार को एनडीए का संयोजक बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह समय की मांग है। एनडीए के सभी घटक दलों को बैठकर इस संबंध में निर्णय लेना चाहिए।” मंडल के इस बयान ने सत्ताधारी गठबंधन के अंदर हलचल मचा दी है।
सांसद ने उदाहरण देते हुए कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस और शरद यादव एनडीए के संयोजक रह चुके हैं। ऐसे में नीतीश कुमार को एक बार फिर यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए, ताकि गठबंधन के घटक दलों के बीच बेहतर तालमेल हो सके।
रामप्रीत मंडल की इस मांग से बीजेपी के खेमे में बेचैनी बढ़ गई है। बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि वह नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और अन्य नेताओं ने चुनाव के बाद नीतीश के दोबारा सीएम बनने का दावा भी किया है। ऐसे में यदि नीतीश को संयोजक बनाया गया, तो जेडीयू का एनडीए में दबदबा और बढ़ सकता है, जो बीजेपी के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
नीतीश कुमार को एनडीए का संयोजक बनाने की मांग से बिहार की सियासत में नई हलचल मच गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए में इस मुद्दे पर आगे क्या निर्णय लिया जाता है।