
पटना | बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गतिविधियाँ चरम पर हैं। सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी महागठबंधन (INDIA गठबंधन) के बीच जुबानी जंग से लेकर जमीनी रणनीति तक, हर मोर्चे पर तैयारियाँ तेज़ हो गई हैं।
एनडीए: सीट बंटवारे की तैयारी, चिराग के तेवर तल्ख
बीजेपी-जेडीयू की अगुवाई वाले एनडीए ने सीट बंटवारे को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक:
- जेडीयू करीब 102-103 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
- बीजेपी लगभग इतनी ही सीटों पर दावेदारी करेगी।
- शेष सीटें सहयोगी दलों लोजपा (रामविलास), हम और RLSP को मिल सकती हैं।
चिराग पासवान ने साफ किया है कि वे खुद चुनाव मैदान में उतरेंगे और लोजपा (RV) पूरे राज्य में दमखम से उतरेगी। वहीं, जीतन राम मांझी ने चिराग की रैलियों को “दिखावा” करार देते हुए एनडीए के भीतर मतभेदों के संकेत दे दिए हैं।
महागठबंधन की तैयारी: रणनीति बैठक आज
तेजस्वी यादव की अगुवाई में महागठबंधन की महत्वपूर्ण बैठक 12 जून को पटना में आयोजित की जा रही है।
बैठक के एजेंडे में शामिल हैं:
- सीट बंटवारे का प्रारूप
- साझा घोषणापत्र और न्यूनतम कार्यक्रम
- संयुक्त प्रचार रैलियों की रूपरेखा
हालांकि कांग्रेस अब भी तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित करने से बचती दिख रही है, जिससे गठबंधन में संशय की स्थिति बनी हुई है।
भाकपा-माले: ‘जन सुराज’ से सियासी सफर
भाकपा (माले) ने 40–45 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।
पार्टी 11 जून से 27 जून तक राज्यभर में “जन सुराज अभियान” चला रही है, जिसमें बेरोजगारी, महंगाई और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों को उठाया जा रहा है।
लालू बनाम नीतीश: आरोप-प्रत्यारोप तेज
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने लालू यादव से “जंगलराज” के लिए माफ़ी मांगने की मांग की। जवाब में लालू यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार के दौरान 65,000 से अधिक हत्याएँ हुईं और आज बिहार में अपराध चरम पर है।
कांग्रेस का रोजगार मुद्दे पर आंदोलन
कांग्रेस पार्टी 12 जून को राज्यव्यापी आंदोलन चलाने जा रही है। पार्टी ने दावा किया है कि सरकार युवाओं को रोज़गार नहीं दे पा रही और पलायन बिहार की सबसे बड़ी विफलता बन गया है।