
पोर्ट ऑफ स्पेन | 3 जुलाई 2025 को त्रिनिदाद और टोबैगो की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए वहां की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर को ‘बिहार की बेटी’ कहा। मोदी ने कहा कि कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर जिले के भेलूपुर गांव से थे, जो एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने बताया कि कमला प्रसाद-बिसेसर स्वयं 2012 में इस गांव का दौरा कर चुकी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय प्रवासी केवल अपने खून या उपनाम से जुड़े नहीं हैं, बल्कि वे अपनी मिट्टी, भाषा, संस्कृति और सभ्यता के माध्यम से गहरे जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय प्रवासी गंगा-यमुना से दूर होकर भी अपने दिल में रामायण, भारतीय संस्कृति और परंपराओं को लेकर चले गए। मोदी ने इसे एक शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक के रूप में बताया जो दुनिया भर में भारतीय पहचान का प्रतीक है।
कमला प्रसाद-बिसेसर के पूर्वज 19वीं सदी में गिरमिटिया श्रमिक के रूप में त्रिनिदाद आए थे। शोधकर्ताओं के अनुसार, उनके पूर्वजों ने उस समय का टिकट भी संजोकर रखा है। मोदी ने कमला जी से महाकुंभ का जल लेकर त्रिनिदाद में गंगा धारा में अर्पित करने का अनुरोध किया, ताकि भारतीय संस्कृति और श्रद्धा का संदेश और मजबूती से फैल सके।
कमला प्रसाद-बिसेसर ने भी प्रधानमंत्री मोदी का पारंपरिक भारतीय पोशाक में स्वागत किया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। यह यात्रा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक रिश्तों को और मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी।
यह घटना बिहार के लिए गर्व का विषय है क्योंकि इससे बिहार और विश्व के अन्य हिस्सों में बसे भारतीयों के बीच संबंध और भी गहरे हुए हैं। बिहार की विरासत और संस्कृति को विदेशों में सम्मान मिलने का यह एक महत्वपूर्ण क्षण है।