
पटना/दरभंगा: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चार महीने में चौथी बार बिहार पहुंचे। इस बार उनका दौरा ‘शिक्षा न्याय यात्रा’ और सामाजिक न्याय के मुद्दों से जुड़ा रहा।
दरभंगा में प्रशासन की रोक के बावजूद राहुल गांधी ने अंबेडकर छात्रावास पहुंचकर छात्रों से संवाद किया। इस कार्यक्रम को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। छात्रों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह कमजोर वर्गों की आवाज़ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और किसी भी कार्रवाई से नहीं डरते। “केस मेरे लिए मेडल है,” उन्होंने कहा।
इसके बाद राहुल गांधी पटना पहुंचे जहां उन्होंने ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म ‘फुले’ देखी। फिल्म के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह फिल्म जातिगत भेदभाव के खिलाफ एक सशक्त संदेश है और सभी नागरिकों को इसे देखना चाहिए।
इस साल का यह उनका चौथा बिहार दौरा है। इससे पहले वे संविधान सुरक्षा सम्मेलन और अन्य सामाजिक न्याय कार्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं। जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग को फिर से कांग्रेस से जोड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
‘फुले’ फिल्म 2025 में रिलीज़ हुई सामाजिक चेतना पर आधारित एक सशक्त फिल्म है, जिसका निर्देशन अनंत महादेवन ने किया है। फिल्म ने कई जगहों पर विरोध का भी सामना किया है, लेकिन इसे दर्शकों से सराहना भी मिल रही है।
कांग्रेस के बढ़ते दौरों और राहुल गांधी की सक्रियता से साफ है कि पार्टी बिहार की राजनीति में फिर से पैठ जमाने के लिए पूरी तरह तैयार है।