
देहरादून: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले स्थित श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज शुक्रवार सुबह वृष लग्न में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। इस पावन अवसर पर केदारनाथ घाटी हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठी। हजारों भक्तों ने इस पावन पल का साक्षी बनने के लिए रातभर डेरा जमाए रखा।
कपाट खुलते ही मंदिर में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं धाम पहुंचे और बाबा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।

इस वर्ष मंदिर को 108 क्विंटल गेंदे और अन्य फूलों से सजाया गया है। केदारनाथ की घाटी इन फूलों की सजावट से अद्भुत और दिव्य नजर आई। मंदिर परिसर में सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं।
शासन और मंदिर समिति के अनुसार, इस बार धाम में 15,000 से अधिक श्रद्धालुओं के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गई है। वहीं, दर्शन व्यवस्था को सरल बनाने के लिए टोकन प्रणाली लागू कर दी गई है। हर श्रद्धालु को निर्धारित क्रम में दर्शन का अवसर मिलेगा।
बाबा केदार के प्रति आस्था का आलम यह रहा कि कपाट खुलते ही कई श्रद्धालु भावुक हो गए। हाथों में रुद्राक्ष, माथे पर तिलक और आंखों में आंसू लिए हजारों भक्तों ने भोलेनाथ के चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया।

बता दें कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, चारधाम परियोजना और श्रद्धालु सुविधाओं से संबंधित कई कार्यों की समीक्षा भी मुख्यमंत्री धामी ने की। केदारनाथ यात्रा के सुगम संचालन के लिए प्रशासन, पुलिस, ITBP और SDRF की टीमें लगातार तैनात हैं।
केदारनाथ मंदिर के कपाट अब अक्टूबर-नवंबर तक खुले रहेंगे, जब तक कि शीतकालीन गद्दीस्थल हेतु भगवान केदारनाथ की प्रतिमा को ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ नहीं ले जाया जाता।